हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में हर साल फरवरी-मार्च में मनाया जाने वाला मंडी शिवरात्रि मेला, भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। यह मेला, जो सात दिनों तक चलता है, भगवान शिव की पूजा और हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का जश्न मनाने के लिए समर्पित है।
मेले का महत्व:
यह मेला न केवल हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए, बल्कि देश और विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह मेला विभिन्न समुदायों को एकजुट करता है और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है।
मेले की विशेषताएं:
- शोभा यात्रा: मेले का मुख्य आकर्षण शोभा यात्रा है, जिसमें विभिन्न देवताओं की मूर्तियों को शहर की गलियों में घुमाया जाता है।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: मेले में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोक नृत्य, संगीत और नाटक शामिल हैं।
- हस्तशिल्प और कला: मेले में हिमाचल प्रदेश के हस्तशिल्प और कला का प्रदर्शन भी किया जाता है।
- खेल और प्रतियोगिताएं: मेले में विभिन्न प्रकार के खेल और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं।
मंडी शिवरात्रि मेला:
- स्थान: मंडी, हिमाचल प्रदेश, भारत
- समय: फरवरी-मार्च
- अवधि: 7 दिन
- मुख्य आकर्षण: शोभा यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, हस्तशिल्प और कला, खेल और प्रतियोगिताएं
सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए नवोदित कलाकारों के ऑडिशन:
इस शिवरात्रि महोत्सव में नवोदित कलाकारों को भाग लेने का मौका दिया गया है। युवा सेवाएं और खेल विभाग मंडी ने टेनिस हॉल पड्डल में ऑडिशन का शेड्यूल जारी किया है। ये ऑडिशन 26 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक चलेंगे।
ऑडिशन का विवरण:
26 फरवरी को मंडी सदर, कोटली, पधर और धर्मपुर,
27 फरवरी को सुंदरनगर, बल्ह, बालीचौकी और जोगिंद्रनगर,
28 फरवरी को करसोग, गोहर, थुनाग और सरकाघाट उपमंडलों से आए कलाकारों के ऑडिशन होंगे। वहीं,
29 फरवरी को चंबा, ऊना, हमीरपुर, शिमला व बिलासपुर और 1 मार्च को कुल्लू, किन्नौर, कांगड़ा, लाहौल-स्पीति, सिरमौर व सोलन के कलाकारों के ऑडिशन होंगे।